Piyush Mishra Birthday Special: अमूमन हर सीनियर और टैलेंटेड एक्ट्रर्स के बारे में जानने की कोशिश करो तो पता चलता है कि इन्होंने फिल्मों में आने से पहले थिएटर में काम किया है तब जाकर वो इतने वर्सेटाइल एक्टर बन सके हैं कि पैसे के साथ इज़्ज़त भी कमा सकें। इनमें कई नाम शामिल है, जैसे मनोज बाजपेयी, दिवंगत अभिनेता इरफान खान, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, ऑस्कर नॉमिनेटेड अनुपम खेर, आदि-आदि, लेकिन इरफान खान को छोड़कर, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे; बाकी बचे हर कलाकार को कुछ खास वर्ग के लोग, एक तयशुदा उम्र के दर्शक ही पसंद करते हैं। पर थिएटर के थलाइयवा पीयूष मिश्रा इसमें एक नाम ऐसा है जिन्हें हर जनरेशन के लोग पसंद करते हैं। कहीं एक्टिंग के बदौलत इनकी तारीफ होती है तो कहीं कविताओं की वजह से, तो कोई इन्हें लिरिसिस्ट के तौर पर पसंद करता है।
Piyush Mishra की एक्टिंग, गाने को सुनकर जो लोग एक्टर बनने का सपना देखते हैं, उनके फिल्मों से पहले थिएटर करने का एक कारण पीयूष मिश्रा (Piyush Mishra) भी हैं। आने वाले समय में एक्टिंग की ख्वाहिश रखने वाला यूथ अब पीयूष मिश्रा की तरह ही एक वर्सेटाइल एक्टर बनने का सपना देखता है इसलिए वो भी फिल्मी करियर शुरू करने से पहले अपना पूरा समय थिएटर को देता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि Piyush Mishra ने एक इंटरव्यू में ये खुलासा किया है कि थिएटर के प्रति उनके प्यार ने, परिवार के प्रति जिम्मेदारी को अनदेखा कर दिया। दो दशक से अधिक समय थिएटर को समर्पित करने के बाद उनका ये बयान वाकई चौंका देने वाला है।
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थिएटर ने पीयूष मिश्रा के परिवार की जिंदगी बर्बाद कर दी

पीयूष मिश्रा(Piyush Mishra) ने साल 1986 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ग्रेजुएट होने के बाद, दिल्ली के थिएटर में अपना करियर शुरू किया और 2002 में मुंबई आने से पहले खुद को एक अभिनेता, गायक, स्क्रिप्ट राइटर और लिरिसिस्ट के रूप में स्थापित किया। मकबूल, गुलाल, गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसी कई फिल्मों में उनके प्रदर्शन के लिए प्रशंसा मिली ही, लेकिन उनके लिखे कटाक्ष भरे गीतों के लिए उन्हें अलग से तारीफ़ों के पुल बंधे मिले।
इन्हीं मिश्रा जी ने अब अपने परिवार की जिंदगी बर्बाद करने के लिए थिएटर के प्रति अपने जुनून को जिम्मेदार ठहराया है।
उन्होंने ETimes के साथ इंटरव्यू के दौरान कहा कि ज्यादातर एक्ट्रर्स का ये मानना है कि हर कलाकार के दिल में थिएटर के प्रति जो पैशन है वो हमेशा जिंदा रहना चाहिए, लेकिन उन्होंने यंग जनरेशन से ये आग्रह किया है कि थिएटर को अपना जीवन मत बनने दो।”
उनका मानना है कि थिएटर की वजह से अपना घर चलाना और परिवार की देखभाल करना संभव नहीं है।
थिएटर से परिवार का पेट नहीं भरता है
इस बात को आगे बढ़ाते हुए पीयूष मिश्रा (Piyush Mishra) ने इंटरव्यू में कहा कि थिएटर में उन्हें मजा आता था, जब लोग उनके काम की तारीफ करते थे तो वो खुश हो जाते थे। तब उन्हें इस बात का एहसास नहीं था कि थिएटर के लिए पागलपन और जुनून की वजह से उन्होंने अपने परिवार की लाइफ बर्बाद कर दी। थिएटर वो काम नहीं है जिससे आप अच्छी कमाई कर पाए और अपने परिवार को पाल सके।
थिएटर के प्रति अपनी भड़ास निकालने के बाद उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि इसी थिएटर की बदौलत उन्हें मुंबई शहर में आसानी से काम मिल गया वर्ना बहुत धक्के खाने पड़ते।
पीयूष मिश्रा(Piyush Mishra) ने इंटरव्यू में अपनी बात को कम्पलीट करते हुए कहा कि “थिएटर ने उन्हें बहुत कुछ दिया लेकिन बढ़ती उम्र और नए जमाने को देखते हुए आज वो फिल्म पैसे के लिए काम करते हैं ताकि उनके परिवार को कोई कमी न हो”

इस फिल्म और इस वेब सीरीज में लास्ट नज़र आए थे पीयूष मिश्रा –
Piyush Mishra को आखिरी बार वेब-सीरीज इललीगल 2 (Illegal 2) और Salt City में देखा गया था। फिलहाल उनकी अपकमिंग फिल्मों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
हाँ इतनी जानकारी ज़रूर है कि अब मिश्रा जी अपने बैंड ‘बलिमारान’ के साथ चण्डीगढ़ में कॉन्सर्ट करने वाले हैं। उनके कॉन्सर्ट लाइव सुनना अपने आप में एक मज़ेदार अनुभव होता है।
2017 भोपाल में गिफ़लिफ़ कॉन्सर्ट के दौरान, दर्शकों की माँग पर उन्होंने “आरंभ है प्रचंड” गाना शुरु किया तो स्टूडेंट्स हल्ला मचाने लगे और उनके साथ ही गाने लगे, तब पीयूष मिश्रा पाउज़ लेकर बोले “अबे मुझे भी गा लेने दो”
आज 13 जनवरी 2023 को Piyush Mishra अपना 60वां जन्मदिन मना रहे हैं। सहरनामा की तरफ से उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं।
पीयूष मिश्रा(Piyush Mishra) के द्वारा गाए हुआ ये बेहतरीन गाना आप यहां सुन सकते हैं-
Video Credit- GIFLIF