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South Cinema: सीबीआई ऑफिसर राघवन हैरान रह जाता है जब उसे पता चलता है कि गरुडा की मौत के बाद कोलार गोल्ड फील्ड (KGF) को बाहर से आया व्यक्ति कंट्रोल कर रहा है और उसे अपने हिसाब से बना रहा है। 

भारतीय सिनेमा की KGF यानी बॉलीवुड में कंटेंट से सोना निकाला जाता रहा है। कहते हैं पहले मुंबई सिनेमा पर डी कंपनी का होल्ड था। अबतक इसने किसी को घुसने न दिया था, या यूँ कहें कि जो सिनेमा आता था, वो इनकी मर्ज़ी से आता था। 

South Cinema

लेकिन हॉलीवुड के मार्वल कंटेंट ने भारतीय ट्रेड के हिसाब से रणनीति बनाना शुरू किया और सफलता हासिल की। उसके बाद दक्षिण भारत की नई जरनरेशन ने पुनः कोशिश करने की ठानी और एसएस राजमौली ने बाहुबली से मुम्बई की ओर रुख किया। लोकप्रियता और सफलता दौड़ी चली आई। इस फ़िल्म के साथ दक्षिण भारतीय कंटेंट और मुम्बई के बीच रास्ता बन गया। भारतीय सिने ट्रेड को हॉलीवुड क्यों कब्जाए, इसी रणनीति के तहत दक्षिण रीजन के कंटेंट आने शुरू हुए। बाहुबली के बाद केजीएफ़ चैप्टर 1 रिलीज हुई और छा गई। उसके बाद साहो, पुष्पा, ट्रिपल आर और अब केजीएफ़ चैप्टर 2 से पैन इंडिया बॉक्स ऑफिस उर्फ़ केजीएफ़ को हथिया लिया है। 

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बाहर से आने वाले अल-डोराडो ‘हॉलीवुड’ कंटेंट को प्लेटफार्म तो अवश्य है। लेकिन कमान नहीं है, बिज़नेस ऑफर है। भारतीय सिनेमा के केंद्र बिंदु केजीएफ़ पर हक सिर्फ़ भारतीय का है और रहेगा। इसे कोई बाहरी ले जाए, अब ऐसा न होगा। दक्षिण भारत रीजन ने अपने कंटेंट का दायरा बढ़ा दिया है। डी कंपनी को बड़ी माँ ‘शिवगामी देवी’ उठाकर फेंक चुकी है। अब इनके अनुसार केजीएफ़ न चलेगी। कंटेंट नेपोटिज़्म के परिवेश में आएंगे अवश्य, परन्तु  मेरिट के जरिये निकलेगें। 

बाप का, दादा का, माँ का, भाई का, बहन का, मामा का, चाचा का, किसी के नाम से कुछ न हासिल होगा। कंटेंट परफॉर्मेंस देगा तभी केजीएफ़ से सोना निकलेगा, वरना गड्ढे में गिरते जाएंगे और स्टेटस लेते निकलेगें।

बीते कुछ सालों में south cinema का भारतीय फिल्म इंडस्ट्री पर दबदबा बना हुआ है। इन दिनों ऑडियंस भी साउथ सिनेमा को देखना अधिक पसंद कर रही है। साथ ही वहाँ के स्टार्स की फैन फॉलोइंग भी बढ़ रही है।

आज से एक दशक पहले की बात करें तो लोग साउथ इंडियन फिल्मों के बारे में जानते तो थे लेकिन देखना पसंद नहीं करते थे। ये सिलसिला तब शुरु हुआ जब एस एस राजामौली की बाहुबली रिलीज हुई थी। बाहुबली ने इंडियन फिल्म इंडस्ट्री पर रिलीज के साथ ही धमाल मचा दिया था। फिल्म ने लगभग 118 करोड़ की कमाई की थी।

इस फिल्म के रिलीज के बाद लोगों के दूसरे पार्ट का बेसब्री से इंतजार था। और जब बाहुबली 2 रिलीज हुई तो लोगों ने उस फिल्म को भी उतना ही प्यार दिया था। इसके बाद धीरे धीरे साउथ की अन्य फिल्में भी लोगों द्वारा पसंद की जा रही है।

south cinema

एक समय था जब हम south cinema के बारे में जानते नहीं थे। फिर टीवी पर एक चैनल केवल साउथ इंडियन फिल्म लेकर आता था। धीरे धीरे लोगों के साउथ इंडियन फिल्मों में इंट्रेस्ट आने लगा। लेकिन अभी भी लोग साउथ फिल्मों को बॉलीवुड की तुलना में कम ही समझते थे। कम ही लोग वो फिल्में देखते थे। लेकिन कई फिल्ममेकर जैसे राजामौली, प्रशांत नील बीते सालों में ऐसे कंटेंट लेकर आए जिसने इंडियन फिल्म इंडस्ट्री पर south cinema का दबदबा बना दिया।

अब लोग साउथ इंडियन फिल्मों के रिलीज का इंतजार करते हैं और यहाँ तक की उन अभिनेताओं को पसंद भी करते हैं। कई बॉलीवुड स्टार्स भी साउथ इंडियन फिल्मों का हिस्सा बन रहे हैं। हाल ही में रिलीज हुई आरआरआर में आलिया भट्ट और अजय देवगन नजर आए थे। वहीं केजीएफ सीजन 2 में अभिनेता संजय दत्त मुख्य विलन के रोल में दिखे थे। वहीं रणवीना तंडन भी फिल्म में मुख्य भूमिका में दिखाई दी थी।


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