इन दिनों अक्षय कुमार अपनी अपकमिंग फिल्म Ram Setu के लिए व्यस्त चल रहे हैं। इस फिल्म में वो एक an archaeologist की भूमिका निभाएंगे।
अक्षय कुमार एक ऐसे अभिनेता है जिनके बारे में ऐसा कहा जाता है कि वो किसी भी फिल्म को कम से कम समय में कम्पलीट करने का हुनर जानते हैं। ये भी बात उनकी ही सच है कि रियल लाइफ स्टोरी पर अक्षय कुमार को काम करना बहुत पसंद है। साथ ही वो उन फिल्मों का भी हिस्सा होते हैं जो लोगों में जागरूकता फहलाए।
इन दिनों अक्षय कुमार अपनी अपकमिंग फिल्म Ram Setu के लिए व्यस्त चल रहे हैं। इस फिल्म में वो एक an archaeologist की भूमिका निभाएंगे।
फिल्म Ram Setu को तब अनाउंस किया गया जब सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या की विवादित जमीन पर राम मंदिर बनाने का फैसला सुनाया। अक्षय कुमार के कैरेक्टर से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वो इस फिल्म में पुराने पत्थरों की जांच कर इस बात का पता लगाएंगे कि यहां पर सचमुच में राम मंदिर ही था।
खैर, फिल्म की क्या कहानी है इस बात का पता तो तब चलेगा जब फिल्म रिलीज होगी।
फिलहाल तो अक्षय कुमार की दूसरी फिल्म की नींव रख दी गई है। ऐसा हम नहीं बल्कि जनता कह रही है। इसका कारण ये है कि 16 मार्च को एक खबर बहुत ही वायरल हुई है।
वो ये हैं कि वाराणसी में तीन दिन ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण के खत्म होने बाद हिंदू पक्ष के एक वकील ने दावा किया कि मस्जिद परिसर में एक वजू खाना या जलाशय के अंदर एक शिवलिंग पाया गया था।
इस तालाब से पानी निकाला गया और उन्हें शिवलिंग के दर्शन हुए। ये खबर सामने आते ही वायरल हो गई। इस मामले को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की गई। और उनके अनुरोध पर तालाब जिसे नमाज से पहले “वज़ू” या शुद्धिकरण अनुष्ठान के लिए इस्तेमाल किया जाता है, को सील कर दिया जाना चाहिए।
अदालत ने याचिका को स्वीकार कर लिया और वाराणसी के जिलाधिकारी को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि तालाब को जनता के लिए बंद कर दिया जाए। अदालत ने यह भी कहा कि प्रशासन, पुलिस और सुरक्षा कर्मियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी सील किए गए क्षेत्र में प्रवेश न करे।
ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे
वाराणसी की एक अदालत ने पिछले महीने मस्जिद परिसर के वीडियो सर्वेक्षण का आदेश दिया था। अदालत ने एएसआई को सर्वेक्षण जारी रखने का आदेश दिया लेकिन स्थानीय मुसलमानों ने परिसर में सर्वेक्षण दल के प्रवेश का विरोध किया था। कोर्ट ने सर्वे टीम को 17 मई तक रिपोर्ट देने को कहा है।
पहले दिन, बेसमेंट के चार कमरों की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। जानकारी के मुताबिक सर्वे का 50 परसेंट पूरा हो चुका है। सर्वेक्षण के दूसरे दिन, ज्ञानवापी परिसर की पश्चिमी दीवार, जहां एक हिंदू मंदिर को ध्वस्त कर दिया गया था, के अवशेष कथित तौर पर दिखाई दे रहे थे।
तीसरे दिन, “शिवलिंग के मिलने” का दावा किया गया और सर्वेक्षण पूरा हो गया।
आपको बता दें कि वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी मस्जिद कानूनी लड़ाई में उलझी हुई है। वाराणसी की एक अदालत ने Archaeological Survey of India (एएसआई) को ज्ञानवापी मस्जिद की जांच करने का निर्देश दिया।
खैर, इसपर अक्षय कुमार फिल्म बनाते हैं या नहीं यह तो बाद का विशेष है। लेकिन इस मामले की जांच में क्या खुलासा होता है इसपर देश की जनता ही नजर बनी हुई है।
ये लेखक के निजी विचार हैं।