Ram Charan काला कुर्ता, हाथ में रुद्राक्ष की माला और नंगे पैर जब एक कार्यक्रम में पहुँचे तो उनके इस अवतार ने सभी की आँखें अपनी ओर खींच ली। पूरी तरह सनातनी सात्विक रूप।
इन दिनों एसएस राजामौली की बहुचर्चित फ़िल्म ‘RRR’ नज़दीकी सिनेमाघरों में धूम मचा रही है। ग्लोबली एक हजार करोड़ रुपये की कमाई कर चुकी है। सुपर हिट स्टेटस ले चुकी है और ब्लॉकबस्टर लोड हो चुका है।
बीते दिनों फ़िल्म के निर्माताओं ने फ़िल्म की सफलता के लिए मुम्बई में ग्रैंड पार्टी का आयोजन किया। इसमें बी-टाउन के कलाकारों ने भी शिरकत की। आमिर खान भी नजर आए। लेकिन…लेकिन! पार्टी का सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित फ़िल्म के मुख्य कलाकार Ram Charan Teja ने किया।

Ram Charan काला कुर्ता, हाथ में रुद्राक्ष की माला और नंगे पैर कार्यक्रम में पहुँचे। उनके इस अवतार ने सभी का ध्यान उनकी ओर आकर्षित कर दिया। पूरी तरह सनातनी सात्विक रूप में देख पब्लिक गदगद हो उठी।
पिछले दिनों इसी स्वरूप में राम अपने प्रशंसको की प्रतिक्रिया लेने मुम्बई के गियटी नज़दीकी सिनेमाघरों में पहुँच गए। वहाँ का नजारा पूरी तरह बदल गया। क्योंकि अपने हीरो की एक झलक पाने के लिए फैंस बेकाबू हो चले थे।

दरअसल Ram Charan, भगवान अय्यपा के भक्त है। पिछले कई वर्षों से प्रभु की साधना कर रहे है। काले कपड़े व रुद्राक्ष की माला पहनेंगे, नंगे पैर चलेंगे, 41 दिनों तक केवल शाकाहारी खाना ही खाएंगे और आराधना के बाद राम अय्यपा के दर्शक करके अनुष्ठान का समापन करेंगे। भगवान अय्यपा का मंदिर केरल के के पतनमतिट्टा ज़िले में पेरियार टाइगर अभयारण्य सबरीमाला या कहे सबरिमलय पहाड़ पर स्थित है।
एक इंटरव्यू में राम ने कहा कि उनके पिता फ़ोन करके हालचाल पूछते और साथ में अंडर लाइन करते है कि “समय से सो रहे हो न”। अपने फिल्मी करिअर पर सवाल पूछे जाने पर आगे Ram Charan ने बताया कि “उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि कैसे कुछ नया करूँ, पिछली फिल्म को भी रेस्पॉन्स अच्छा न मिला था”।
लेकिन जब राजामौली का ऑफर आया तो मुझे यकीन हो गया अब कुछ डिफरेंट करने को मिलेगा। किरदार भी एनर्जी से भरा होगा”। Ram charan ने करीब तीन साल RRR को दिए और यक़ीनन, इसकी सफलता के लिए Ram ने भगवान अयप्पा का अनुष्ठान किया और अब अपनी कही बात पूरी करने के लिए यह कठिन व्रत कर रहे हैं।
फ़िल्म RRR ने अच्छी सफलता हासिल कर ली और सुपरहिट स्टेटस ले लिया है। हिंदी बेल्ट जो दक्षिण भारतीय कलाकारों का दीवाना बन रहा है न! उसके पीछे फ़िल्मों के अलावा सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति से प्यार व रीति-रिवाजों का फॉलो करना भी मुख्य कारण है।

तो वही, कन्नड़ सुपरस्टार यश भी पूरी तरह भारतीय संस्कृति से जुड़े हुए है। उसी को फॉलो कर रहे है। अपने बच्चों को उसकी महत्ता समझा रहे है।

किसी सनातनी कार्यक्रम में कन्नड़ मेगास्टार डॉक्टर शिवा राजकुमार शामिल हुए थे। वहाँ उन्हें हनुमानजी की प्रतिमा दी गई। तब उन्होंने सबसे पहले अपने जूते उतारे और फिर बजरंगबली को हाथ में लिया। ऐसे दृश्य मुंबई बेस्ड कलाकारों में बहुत कम देखने को मिलता है।

शिवा की बजरंगी सीरीज ने अच्छी ख्याति दर्ज की है। क्योंकि इसका प्लॉट सनातनी व आयुर्वेद के इर्दगिर्द लिखा गया है। इनके पिता राजकुमार को चंदन तस्कर वीरप्पन ने किडनैप कर लिया था।
सनातनी रीति-रिवाज वाली कड़ी को आगे जोड़े तो उसमें तमिल सुपरस्टार आर माधवन का नंबर लगता है। जो हिन्दू रीति-रिवाज को अच्छे से फॉलो करते है। बेटे वेदांत को इसकी शिक्षा दे रहे है। माधवन का बेटा अच्छा तैराक है और देश का प्रतिनिधित्व करते हुए, 7 मेडल भी जीत चुका है। अब माधवन अगले ओलंपिक की तैयारी में जुटे है। इसके लिए सिनेमाई दुनिया से छुट्टी लेने जा रहे है।

जो अपने धर्म व संस्कृति की जड़ो से जुड़े रहते है न, उस पेड़ पर अच्छे और मीठे फल आते है।
जो जड़े अपने बेस से कट जाती है या उन्हें छोड़ देती है, उसमें कीड़े लग जाना कोई बड़ी बात नहीं होती। फिर भी बहुत से ‘ठूंठ’ सरीखे दरख्त भी कई बार खुद को बहुत बड़ा पेड़ समझकर भूल जाते हैं कि उनपर फल आने कबके बंद हो चुके हैं।