प्रकाशक मित्र होने की वजह से पहली किताब तो सादिक ने best seller होने के सारे हथकंडे अपना कर नाम कमा लिया लेकिन क्या वो आगे भी इस टाइटल को बरक़रार रख पाता है।
इस किताब से पहले अभिलेख जी की एक किताब पढ़ी थी “फरेब का सफ़र“ जिस रफ़्तार की वह किताब है उसी से प्रभावित होकर उनकी अगली किताब पढने का मन बना लिया था। रस्किन बांड सर की एक किताब है “लेखक कैसे बनें“ उस किताब को पढ़िए अगर लेखक बनने का मन हो तो और जब आप किताब लिख लें तब यह किताब “best seller“ पढ़ें। रस्किन बांड सर आपको लिखना सिखा देंगे और अभिलेख जी इस किताब के माध्यम से आपको दिखना, बिकना और best seller होने का फार्मूला बता सकते हैं।
कहानी शुरू होती है सादिक से जो कि एक लेखक है और उसकी पहली ही किताब हिट हो गयी है। सादिक के प्रोग्राम को लगातार फॉलो करने वाली लड़की आइना से उसको प्यार होने लगता है। आइना के पिता प्रभाष शेखावत जो अंग्रेजी के बड़े लेखक हैं उनकी बेटी शादी करना चाहती है हिंदी के नये लेखक सादिक से जो best seller लिखने और इंटरनेशनल फेम पाने का प्रयास करता है। प्रकाशक मित्र होने की वजह से पहली किताब तो सादिक ने best seller होने के सारे हथकंडे अपना कर नाम कमा लिया लेकिन क्या वो आगे भी इस टाइटल को बरक़रार रख पाता है और आइना और सादिक के रिलेशन का क्या होता है यह तो आपको किताब पढ़कर ही पता लगेगा। लेकिन इतना तय मानिये इस किताब ने प्रकाशन से जुड़े कई परत को उघाड़ दिया है।
किताब लिखाई, छपाई, दिखाई से लेकर बेचने और best seller होने तक की यात्रा का खूब सूरत वर्णन है। कई बातें अभिलेख जी ने इस किताब में प्रकाशक के ऊपर कटाक्ष के तरीके से कही है लेकिन कहीं न कहीं नए लिखने वाले लेखकों को आगे बढ़ने का एक आईडिया भी दे दिया है। अब यह आपके ऊपर है की इसे आप positive लेते हैं या negative। प्रभाष जी और आफरीन को मालदीव में रहती है उनके बीच का रिलेशन पता करने तक किताब आपको बांध कर रख देती है। राजनीति से जुड़े बिलकुल ताजा मुद्दे भी इसी किताब में मिल जाते हैं। एक जो मुझे कमी लगी कि आफरीन के ऊपर थोड़ा और लिखना चहिये थाय। प्रकाशन इंडस्ट्री की पोल जबरदस्त तरीके से इसमें खुलती हुई दिखाई पड़ती है। Royalti का मामला भी इसमें दिखता है। किताब में खूब सारी पंक्तियाँ मार्क करने वाली हैं जैसे –
जो बातें जोश में कही गई रहती हैं अक्सर वो एक बोझ बन जाती हैं।
इश्क ऐसी चीज है जो हर बड़ी चीज को अपने आगे बहुत कम आंकती है, शायद इसलिए इश्क को अपनी मंजिल के लिए जरुरत से ज्यादा जूझना पड़ता है।
स्टारडम का उसूल है…. “ आदमी बहकता जरुर है।”
वक्त बीतने के साथ कई चीज बदल जाती हैं | कुछ लोग वक्त के साथ बदल जाते हैं और कुछ लोगों को वक्त खुद बदल देता है।
लेखक कब किसको अपनी कहानी का कौन सा किरदार बना ले, ये लेखक खुद को भी नहीं बताता।
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100 से ऊपर किताबें पढ़ लेने के बाद मुझे भी अब कई बार जानने का मन करने लगा है कि कैसे छपती और बिकती है किताबें तो मेरे कई सारे सवालों का जवाब इस किताब में मिला | बहुत से लोग इस किताब को एक एजेंडा की तरह भी ले सकते हैं जबकि इसमें पोल खुलने के साथ साथ प्रेम कहानी भी है लेकिन मैं निजी रूप से इस किताब को एक positive आईडिया के रूप में देखता हूँ | हिंदी पाठक को ये किताब पढनी चाहिए और हिंदी के लेखकों को “ बेस्ट seller “ जरुर पढनी चाहिए | कहानी का फ्लो शानदार है 3 से 4 घंटे में किताब आप आसानी से पढ़ लेंगे | किताब amazon और flipkart पर उपलब्ध है।
लेखक और प्रकाशक को शुभकामनाएं। धन्यवाद।
( नई वाली हिन्दी )
समीक्षा किताब की
किताब – Best seller
लेखक – अभिलेख द्विवेदी
प्रकाशक – सन्मति पब्लिशर्स
पेज – 120
मूल्य – 150/-