Pushpa की सफलता के बाद मामला दोनों सुपरस्टार्स तक पहुँच गया। दोनों ने इसे इग्नोर मार दिया। कोई प्रतिक्रिया न दी।
दक्षिण में हीरो और फैंस के बीच अलग ही बॉडिंग देखने को मिलेगी। इससे सितारों को स्टारडम हासिल होता है। प्रशंसक व कलाकारों के बीच पुल क्रिएट हो जाता है। इस ब्रिज का ख्याल दोनों ही पक्षों की द्वारा रखा जाता है। कोई भी पक्ष एक-दूसरे की भावनाओं को ठेस नहीं पहुँचाते है।
तभी तो फैंस डाई हार्ड में तब्दील हो जाते है।

तेलुगु इंडस्ट्री में स्टाइलिश स्टार अल्लु अर्जुन और डेसिंग महेश बाबू के समर्थकों के बीच शीत युद्ध छिड़ा हुआ है। दोनों पक्षों की तलवारें खींची हुई है।
दरअसल, लेखक-निर्देशक Pushpa को साउथ रीजन के लिए बनाने जा रहे थे। इस प्रोजेक्ट से महेश बाबू जुड़े थे। लेकिन फाइनल कास्ट में अल्लु अर्जुन ने रिप्लेस कर दिया। ख़बरें आई कि सुकुमार व महेश के बीच बात न बन सकी।

जब पुष्पा का पहला लुक आया। तब कॉल्ड वॉर की नींव रखी गई। अल्लु के टीजर के साथ वॉर में तेज होती गई और इसकी सफलता के बाद मामला दोनों सुपरस्टार्स तक पहुँच गया। दोनों ने इसे इग्नोर मार दिया। कोई प्रतिक्रिया न दी। जबकि सोशल मीडिया पर पक्ष-विपक्ष से #ड्रग्सक्वीनमहेशबाबू और #कैरेक्टरलैसअल्लुअर्जुन सरीखे अस्त्र चले।
Pushpa के साथ अल्लु पैन इंडिया लोकप्रियता गेन कर चुके है। पुष्पा को ख़ूब सफलता मिली। भाग 2 का बेसब्री से इंतज़ार हो रहा है। इसकी सफलता ने अल्लु की अला वैकंठरुलु को हिंदी डब मिला और हिंदी बेल्ट में जारी की गई।
अल्लु का कंटेंट तेलुगु रीजन में बाहुबली के बाद दूसरे नंबर का ग्रॉस कलेक्शन रहा। हालांकि अब तीसरे पर पहुँच गया था। क्योंकि ट्रिपल आर ने पहला स्थान हथिया लिया है। अल्लु की अला को हिंदी वर्जन दिया जा रहा है। कार्तिक आर्यन बहुत जल्द अल्लु के नक्शे कदम को मैच करेंगे। ख़ैर।

इनके डांस मूव्स के दीवाने देश के कोने कोने में है। सीटीमार व अन्य नृत्य सब अट्रेक्टिव होते है। Pushpa के श्रीवल्ली ने तो इनके डांस मूव्स को ग्लोबली लोकप्रियता प्रदान की है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर अल्लु के जबरदस्त प्रशंसक है। उन्होंने अल्लु के कई मूव्स पैरोडी किए है। हालिया श्रीवल्ली रहा है। इसी प्रतिभा ने अल्लु को केरल में अच्छा फैन बेस दिया है।
अल्लु की आर्या को भी हिंदी संस्करण में लाने की कोशिशें हो रही है। लेकिन अभी तक मामला बैठ न पाया है। क्योंकि आर्या को रीमेक करना इतना आसान न है। इसमें अल्लु का अपने किरदार आर्या से मिलन मास्टरपीस है। उम्दा मुलाकात है। पुष्पा के बाद यक़ीनन अल्लु अर्जुन पैन इंडिया कंटेंट दर्शकों के बीच रखेंगे।

Pushpa स्टार सनातनी कल्चर को फॉलो करते है। ये उनके कंटेंट में भी नजर आता है। डीजे, बद्रीनाथ कंटेंट इसके उदाहरण है। फ़िल्म की सफ़लता पर पूरे परिवार व फ़िल्म क्रू के साथ तिरुबाला बालाजी मंदिर में दर्शक करते नजर आ जाते है।
अल्लु ने अपने करियर में फ्लॉप फ़िल्में बहुत कम दी है। सफलता का रेश्यो अच्छा है। इनकी गिनती बैंकेबल सितार में होती है। सफलता की गारंटी। इसके पीछे कारण है कि अल्लु अपने किरदार को चुनते वक्त आर्थिक व सिनेमैटिक क्षमता को देखते है।
वाकई किरदार व कहानी उनके फैंस से कनेक्ट करेगा। बाक़ी दर्शकों से जुड़ेगा। इसकी रेंज कितना ऊपर जा सकती है। अल्लु अपने कंटेंट के जॉनर को कभी भी रिपीट नहीं करते है। डिफरेंट करने में विश्वास करते है। भले इसके परिणाम में असफलता क्यों न लिखी हो।
सूर्या किरदार काफ़ी दमदार था। लेकिन उसकी कहानी कमज़ोर निकली। परन्तु सूर्या ने अल्लु को तारीफ दिलवाई।
अल्लु अर्जुन बड़े सिनेमाई घराने से आते है। इसमें दर्जनों सितारें है। अल्लु के पिता अरविंद बड़े और लोकप्रिय निर्माता है। फूफा चिरंजीवी और पवन कल्याण तेलुगु फ़िल्म इंडस्ट्री में अच्छा होल्ड रखते है। राम चरण तेजा के साथ अच्छी केमेस्ट्री है। येवडू में दोनों ने साथ में काम किया था। हालांकि अर्जुन का कैमियो था।
40 वर्षीय कलाकार पुष्पा-द रूल में नजर आएंगे। जो इस साल के अंत या अगले वर्ष नज़दीकी सिनेमाघरों में दिखाई देगी।