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NDWBF यानी नई दिल्ली वर्ल्ड बुक फेयर पुस्तक प्रेमियों के लिए एक बार फिर से हाज़िर हो चुका है। ये NDWBF 25 फरवरी 2023 से 5 मार्च 2023 तक चलने वाला है। इस बार ये NDWBF 2 कारणों से स्पेशल है। पहली खास वजह ये है कि कोरोना तो डेढ़ साल में टल गया था पर कोरोना के चलते बुक जो टला तो अब 3 साल बाद फिर दर्शन दे रहा है।

फिल्मी रिव्यू तो होते रहते हैं, ये आर्टिकल काम का है – शेयर ज़रूर करें

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और दूसरी खास वजह ये है कि इस बार NDWBF अपने 50 वर्ष पूरे कर रहा है। यानी दिल्ली में 50 पुस्तक मेला लगते 50 वर्ष हो चुके है।

इस बार NDWBF की थीम “आजादी का अमृत महोत्सव” है, जो भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के सम्मान में हो रहा है। साथ ही भारत और उसके शानदार इतिहास के 75 वर्षों का जश्न मनाने और याद करने के लिए किया जा रहा है।

अब मुद्दे पर आते हैं कि NDWBF में एंट्री कैसे होगी? पास कहाँ मिलेगा, टिकट रेट क्या है? किस मेट्रो स्टेशन के किस गेट से निकलना फायदेमंद होगा? किस हॉल में कौन सा स्टॉल लगाया गया है? और फूड स्टॉल में क्या कुछ माल पानी अवैलबल है।

NDWBF में एंट्री के लिए मेट्रो से यहाँ उतरिए

NDWBF हमेशा से प्रगति मैदान में होता आया है। (समय: सुबह 11:00 बजे से रात 8:00 बजे तक)

यहाँ पहुँचने के लिए बेस्ट मेट्रो स्टेशन है – सुप्रीम कोर्ट। सुप्रीम कोर्ट ब्लू लाइन में आता है। आप कश्मीरी गेट से आ रहे हैं तो बल्लबगढ़ वाली वॉइलेट लाइन लेकर आपको मंडी हाउस पर चेंज करना होगा। नोएडा से आने वाले द्वारका वाली मेट्रो पकड़कर सीधा सुप्रीम कोर्ट उतर सकते हैं।

अब सुप्रीम कोर्ट पर उतरने के बाद आपको मेट्रो से निकलते ही प्रगति मैदान का 10 नंबर गेट दिखेगा। यहाँ से बुक फेयर हॉल बहुत दूर है इसलिए नैशनल बुक ट्रस्ट की तरफ से फ्री बस सर्विस चल रही है। आप एक लाइन में लगकर इस बस में झूलते हुए मस्ती में धूल फाँकते बुक फेयर के हॉल्स तक पहुँच सकते हैं।

अब सवाल ये कि pass हो तो एंट्री करें न, और pass कहाँ से मिलेगा? जवाब है कहीं से नहीं। लीगली passes सिर्फ पब्लिशर्स के लिए ही उपलब्ध थे, जो निपट चुके हैं। बुक फेयर में घुसने के लिए – 10 रुपये का टिकेट बच्चों के लिए है और जवान हो चुकी जनता को जवानी का खमियाज़ा 10 रुपये एक्स्ट्रा देकर, यानी 20 रुपये का टिकेट लेकर चुकाना है।

इसके अलावा paytm insider पर भी टिकेट्स मिल रहे हैं, itpoonline.gov.in की वेबसाईट अगर जैसे-तैसे खुल जाए, तो टिकेट्स बेचने का दावा ये भी कर रहे हैं।

हाँ फ्री में आने के भी उपाये हैं

अगर आप फ्री में NDWBF बुक फेयर घूमना चाहते हैं तो स्कूल यूनिफॉर्म में आयें क्योंकि स्कूल के बच्चों के लिए कोई टिकेट नहीं है। इसके अलावा सीनियर रेसीडेंट्स को बुढ़ौती का फायदा फ्री एंट्री से मिल रहा है। दिव्यंगों से भी कोई टिकेट चार्ज नहीं लिया जा रहा है।

अब सवाल ये भी है कि जी धूल भी फाँक ली, बस से भी उतर गए, अब सामने H5, H4 जैसे बड़े-बड़े हॉल दिख रहे हैं, इस भूल भुलैया में अपना माल, आई मीन अपना पसंदीदा स्टॉल कैसे ढूंढें?

तो सबसे पहले ये समझें कि इस बार बुक फेयर सिर्फ 5 हॉल में डेवाइड हुआ है। जिसमें H5 से H2 तक हॉल हैं, प्लस फर्स्ट फ्लोर पर भी Hall नंबर 4 है। अब आइए उलटे चलते हैं और देखते हैं कहाँ क्या है –  

हॉल नंबर 5 में

यहाँ आपको NDWBF का सबसे प्रचारित, सबसे बड़ा स्टॉल तो रूपा पब्लिकेशन का मिलेगा। इसके अलावा यहाँ NBT (नैशनल बुक ट्रस्ट का स्टॉल भी है। यहाँ पेंगविन रेंडम हाउस, हार्पर कॉलिन्स, अटलांटिक पब्लिशर्स आदि सारे अंग्रेज़ के घोड़े हैं। यहाँ NBT छोड़कर सब अंग्रेज़ी ही है। अब आते हैं –

हॉल नंबर 4 में

यहाँ पर आपको जी20 पवेलियन या सम्मेन मिलेगा जो G20 देशों को समर्पित है। G20 थीम को अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकमेले के साथ इंटेग्रटे किया गया है, और G20 मेंबर्स देशों की पुस्तकों के प्रदर्शन जैसे आयोजन किए गए हैं। यहाँ BC यानी ब्रिटिश कौंसिल, अरेबिया, फ्रेंच, शाहजाह आदि के सुंदर सुंदर भव्य-भव्य स्टाल्स मिल जायेंगे।

हॉल नंबर 3 में

एनईपी पवेलियन

एड-टेक ज़ोन, इवेंट ज़ोन औरप्रेजेंटेशन एरिया के साथ 1000 स्क्वायर मीटर का एक्सक्लूसिव एनईपी 2020 पवेलियन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन द्वारा बनाया गया है। बच्चों का पवेलियन बच्चों के साहित्य और पढ़ने की आदतों को बढ़ावादेने के लिए स्किट, नाटक, नुक्कड़नाटक, स्टोरी सेशन और पैनल डिस्कशन कुछ ऐसे आयोजन हैं जो इस पवेलियन में आयोजित किए गए हैं। इनशॉर्ट ये पूरा हॉल बच्चों के नाम है, वही जो 10 रुपये का टिकेट लेकर अंदर घुसे हैं।

हॉल नंबर 2

इस हाल में आपको साहित्य विमर्श प्रकाशन (stall 320), कबीर प्रकाशन (319), रेखता पब्लिकैशन (321) हिन्द युग्म प्रकाशन (182-186), राजकमल प्रकाशन (30-47) बोधरस प्रकाशन – मूनलिपि (381), प्रभात प्रकाशन (5-20), वाणी प्रकाशन (72-89) आदि अपने हिन्दी-उर्दू बांग्ला के स्टॉल्स मिल जायेंगे।

फर्स्ट फ्लोर पर आपको हिन्दी इंग्लिश मिक्स मिलेगा। यहाँ पर टोटल 520 प्रकाशक इस बार शामिल हो रहे हैं।

इस बार पुस्तक मेले में विजिटर को अट्रैक्ट करने के लिए कॉर्नर्स भी बनाए गए हैं जहाँ विजिटर रीड, राइट औ आइडियाज एक्सप्रेस कर सकते हैं। कॉर्नर्स में चाइल्ड ऑथर कॉर्नर और इंटरनेशनल इवेंट्स कॉर्नर बहुत सुंदर बने हैं।

किसी भी स्टॉल की लोकेशन जाने

अगर आपको कोई खास बुक स्टॉल ढूंढना है तो मात्र एक कमेन्ट कीजिए और इंतज़ार कीजिए, हम हर एक स्टॉल की जानकारी आपको हॉल नंबर और आसपास की लैंडमार्क के साथ बताएंगे।

अब बात पेट पूजा की

अगर आप किताब खरीद कर और मेले में घूमकर थक चुके हैं और जोर की भूख भी लगने लगी है तो खाने का भी पूरा इंतजाम किया गया है। आप किसी भी हॉल से बाहर निकलें और सामने मैदान की तरफ मक्खियों की तरह भिनभिनाती भीड़ को देखें, बस यहीं पर फूड स्टॉल्स हैं। यहाँ आप 20-50-100-150 रुपये के कूपन्स ले लें और छोले भटूरे, पानी पूरी, चाट पापड़ी, डोसा, समोसा, चाय, लस्सी, कोल्ड ड्रिंक आदि जम कर ठूसें।

भला हो अगर आप अंदर सूख चुके प्रकाशकों को भी चखा दें।

इसके अलावा खाए पिए को निकालने के लिए भी हर दो हॉल के मध्य स्टेअर केस के पास हाई टेक बाथरूम की सुविधा है। अगर नसीब ने साथ दिया तो इसी के सामने आपको पीने का पानी भी मिल सकता है।

इस जानकारी को जितना हो सके उतना शेयर करें, बुक फेयर में आने के लिए लोगों को प्रेरित करें, पिकनिक समझकर आयें, कुछ नहीं तो बच्चों को play दिखाने ही ले आयें पर पुस्तकों के गिरते ग्राफ को फिर उठाने में मदद करें। मैं आपका इंतज़ार कर रहा हूँ।

सिद्धार्थ अरोड़ा ‘सहर’

अब आइए NDWBF पुस्तक मेले के पहले दिन की कुछ तस्वीरें देखते हैं –

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सिद्धार्थ अरोड़ा 'सहर'

मैं सिद्धार्थ उस साल से लिख रहा हूँ जिस साल (2011) भारत ने वर्ल्डकप जीता था। इस ब्लॉगिंग के दौर में कुछ नामी समाचार पत्रों के लिए भी लिखा तो कुछ नए नवेले उत्साही डिजिटल मीडिया हाउसेज के लिए भी। हर हफ्ते नियम से फिल्म भी देखी और महीने में दो किताबें भी पढ़ी ताकि समीक्षाओं की सर्विस में कोई कमी न आए।बात रहने की करूँ तो घर और दफ्तर दोनों उस दिल्ली में है जहाँ मेरे कदम अब बहुत कम ही पड़ते हैं। हालांकि पत्राचार के लिए वही पता सबसे मुफ़ीद है जो इस website के contact us में दिया गया है।

4 Comments

  1. Nishtha Abhijit Agnihotri
    February 26, 2023 @ 2:34 AM

    वाह एकदम धुलाइदार लिखाई की है आपने।
    हर बार की तरह नमस्ते 🙏🏻 और मिलते हैं। ❣️

    कुछ ना समझ आया तो मैसेज करते हैं लेकिन यह बताइए
    कि फ्री बस से धुल फाँक के आने का मन ना हो तो कोई और रास्ता भी है क्या 🤪

    Reply

    • Pragati Raj
      February 27, 2023 @ 11:58 PM

      11 नंबर की बस (आपके दोनों पाऊँ)

      Reply

  2. Kuldeep Gupta
    February 26, 2023 @ 10:32 AM

    Thanks to you Mr. Siddhartha (SAHAR)
    We are planing to go there but little confuse to find out the favourite stalls but now we have a clear picture

    Reply

    • Pragati Raj
      February 27, 2023 @ 11:56 PM

      Thanku

      Reply

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