Kshama Bindu ने इससे पहले 11 जून को शादी करने की घोषणा की थी, लेकिन विवाद से बचने के लिए उन्होंने तय तारीख से 3 दिन पहले खुद से शादी कर ली।
हमारे देश में आए दिन कोई न कोई खबर ऐसी आ जाती है जिस पर यकीन करना बहुत मुश्किल होता है। लेकिन फिर भी हम उस खबर को पढ़ते हैं और उसका मजाक उड़ाकर थोड़ी देर खुश और हैरान हो जाते हैं। और फिर भूल भी जाते हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि अब ऐसा क्या हो गया जिसके बारे में मैं बात कर रही हूँ। तो चलिए आपको भी एक घटना के बारे में बताने वाले है जिसे सुनने के बाद या तो आप हैरान होंगे या फिर आपकी हंसी निकल जाएगी।
हुआ यूं कि गुजरात की Kshama Bindu की बीते दिन बुधवार को यानी की 8 जून 2022 को शादी हुई है। Kshama Bindu ने इससे पहले 11 जून को शादी करने की घोषणा की थी, लेकिन विवाद से बचने के लिए उन्होंने तय तारीख से 3 दिन पहले खुद से शादी कर ली। अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें हैरान होने वाली क्या बात है। दरअसल क्षमा बिंदु ने किसी लड़के या किसी लड़की से नहीं बल्कि खुद से शादी की है। जी हाँ ये सच है। उन्होंने इस खबर की अनाउंसमेंट पहले ही कर दी थी।
आखिरकार अंत में Kshama Bindu ने खुद से अपना वादा निभाया और एक विशेष विवाह समारोह में शादी के बंधन में बंध गई। उन्होंने पूरे रीति रिवाज से शादी की है। शादी से हुई हल्दी, मेहंदी की रस्में हुईं। वडोदरा की गोत्री में मौजूद अपने घर में क्षमा ने रीति-रिवाज से शादी की। हालांकि इस शादी में न तो कोई दूल्हा था और न ही कोई पंडित। इस शादी में क्षमा बिंदु के कुछ खास दोस्त भी शामिल हुए थे।
कहा जा रहा है कि भारत में यह अपनी तरह की पहली शादी है। क्षमा ने इससे पहले 11 जून को खुद से अपनी शादी की घोषणा की थी। उसके बाद से उनके घर पर लोगों का आना-जाना लगा रहता था। जैसे ही उन्होंने अपनी शादी की घोषणा की पड़ोसियों ने इस बात का जमकर विरोध किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, Kshama Bindu ने कहा कि उसने तय तारीख से पहले शादी करने का फैसला किया क्योंकि उसे डर था कि कहीं 11 जून को उसके घर कोई आकर विवाद खड़ा न कर दे। क्षमा का कहना है कि वह अपने खास दिन को बर्बाद नहीं करना चाहती थी। इसलिए उन्होंने तीन दिन पहले ही शादी करने का फैसला कर लिया।
इसी वजह से उन्होंने पहले मंदिर में शादी करने का फैसला किया था। लेकिन बीजेपी नेता के विरोध के बाद उन्होंने घर से ही शादी करने का फैसला किया। वहीं आपको ये भी बता दें कि पंडित ने भी Kshama Bindu की शादी की रस्में करने से मना कर दिया था। इसके बाद, क्षमा टेप पर मंत्र बजाकर शादी करने का फैसला करती है।
मिली जानकारी के अनुसार भाजपा नेता सुनीता शुक्ला ने कहा कि यह हिंदू धर्म के खिलाफ है और इस तरह के कार्यों से हिंदुओं की आबादी कम होगी। न तो संविधान और न ही समाज ऐसी शादी को मान्यता दे सकता है। बच्चे उसके द्वारा निर्धारित इस प्रवृत्ति का पालन करना शुरू कर देंगे।
एक अखबार से बातचीत करते पुजारी देवेंद्र पंडित ने बताया कि वो शुरू में उनकी शादी करने के लिए सहमत थे क्योंकि उन्हें लगा कि यह एक ‘कुंभ शादी’ होने जा रही है, जहां ‘मांगलिक दोष’ से छुटकारा पाने के लिए एक मिट्टी के बर्तन या अन्य निर्जीव वस्तुओं से शादी की जाती है। लेकिन यह जानकर कि बिंदु खुद से शादी करने जा रही है, उन्होंने शादी कराने से साफ इंकार कर दिया। उनका कहना है कि “हिंदू धर्म में इस तरह के समारोहों के लिए कोई जगह नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा “यदि Kshama Bindu किसी गुड़िया, पेड़ या ‘मटकी’ से शादी कर रही हो तो देवेंद्र शादी में बैठने से ज्यादा खुश था, लेकिन खुद से शादी करने की अवधारणा एक रेखा बहुत दूर है। सूर्य देवता या मंगल देवता के दोष वाली मांगलिक महिलाएं पीपल के पेड़ या मटकी से शादी करती हैं। यह प्रावधान हमारे धर्म में है लेकिन खुद से शादी करना ऐसा कुछ भी नहीं होता।“
आपको बता दें कि सोलोगामी, या खुद से शादी करने की क्रिया, भारतीय लोकप्रिय संस्कृति में आम नहीं है।
बीबीसी के एक लेख में दावा किया गया है कि 2000-2017 के बीच एक महिला ने 1,500 सोलोगामी समारोहों की अध्यक्षता की। कनाडा में ‘Marry Yourself’, अमेरिका में ‘IMarriedMe.com’ और जापान में Cerca Travels जैसे सोलोगामी वेडिंग सर्विस अवेलेबल हैं।
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